तीस चौबीसी तीर्थंकर पंचकल्याणक प्रतिष्ठा,
महामस्तकाभिषेक एवं विश्वशांति महायज्ञ
पंचकल्याणक-३० अप्रैल से ५ मई २०२३
तिथि-वैशाख शुक्ला दशमी से वैशाख शुक्ला पूर्णिमा
महामस्तकाभिषेक-६ एवं ७ मई २०२३
समस्त दिगम्बर जैन समाज को सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि अनादिकाल से जहाँ अनंत तीर्थंकर ने जन्म लिया तथा वर्तमान में जो भगवान ऋषभदेव आदि ५ तीर्थंकरों की जन्मभूमि है ऐसे महातीर्थ अयोध्या में पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा एवं सान्निध्य में तथा आर्यिका श्री चंदनामती माताजी के मार्गदर्शन एवं पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति स्वामीजी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्तर पर तीस चौबीसी के ७२० एवं भगवान भरत, बाहुबली, ऋषभसेन आदि १०१ भगवान तथा ३१ फुट उत्तुंग भगवान भरत के पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया है। सम्पूर्ण दिगम्बर जैन समाज के समस्त परिवारजनों को प्रेरणा है कि शाश्वत महातीर्थ अयोध्या में होने वाले इस राष्ट्रीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में इन्द्र-इन्द्राणी बनने का एवं प्रथम बार एक साथ ७२० रत्न प्रतिमाओं के महामस्तकाभिषेक में एक कलश अभिषेक करने का सौभाग्य अवश्य प्राप्त करें।
-मार्गदर्शन-
प्रज्ञाश्रमणी आर्यिकारत्न
श्री चंदनामती माताजी
-अध्यक्ष एवं कुशल निर्देशन-
पीठाधीश स्वस्तिश्री
रवीन्द्रकीर्ति स्वामीजी
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में १००८ इन्द्र-इन्द्राणियों द्वारा महोत्सव सम्पन्न होगा।
सभी इन्द्र-इन्द्राणियों को आवास के लिए फ्लैट, शुद्ध भोजन एवं इन्द्र-इन्द्राणी के वस्त्रों की व्यवस्था समिति द्वारा रहेगी।
-आयोजक कार्यालय-
श्री दिगम्बर जैन अयोध्या तीर्थक्षेत्र कमेटी
भगवान ऋषभदेव बड़ी मूर्ति, पो.-अयोध्या (उ.प्र.)
–हस्तिनापुर कार्यालय-
दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान
पो.-जम्बूद्वीप–हस्तिनापुर (मेरठ) उ.प्र.
कार्यालय सम्पर्क – 9520554138, 9520554164, 9520554171, 9520554172
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