क्रम स्थान संख्या विवरण विशेष 1 गति 1 तिर्यञ्चगति 2 इन्द्रिय 1 स्वकीय द्वीन्द्रिय के द्वीन्द्रिय 3 काय 1 त्रस 4 योग 4 1 वचनयोग 3 काययोग अनुभय वचनयोग होता है । 5 वेद 1 नंपुसक 6 कषाय 23 16 कषाय 7 नोकषाय स्त्री तथा पुरुषवेद नहीं होते हैं 7 ज्ञान 2कुमति-कुश्रुतज्ञान 8 संयम 1 असंयम 9 दर्शन 1,2 चखुदर्शन, अचक्षु.चक्षुदर्शन चतुरिन्द्रिय के ही होता है । 10 लेश्या 3 कृ. नी. का. 11 भव्य 2 भव्य, अभव्य 12 सम्बक्ल 2 सासा. मिथ्यात्व 13 संज्ञी 1 असैनी 14 आहार 2 आहारक, अनाहारक 15 गुणस्थान 2 मिथ्यात्व, सासादन 16 जीवसमास स्वकीय द्वीन्द्रिय, त्रीन्द्रिय,चतुरिन्द्रिय में से 17 पर्याप्ति 5 आ. श. इ. श्वा. भा.मनःपर्याप्ति नहीं होती है । 18 प्राण 6,7,8 द्वीन्द्रिय के 6, त्रीन्द्रिय के 7, चतुरिन्द्रिय के 8 प्राण 19 संज्ञा 4 आ. भ. मैं. पीर. 20 उपयोग 3,4 2 ज्ञानो. 1 दर्शनो,; 2 दर्शनो चतुरिन्द्रिय जीव के 4 उपयोग हैं । 21 ध्यान 8 4 आ. 4 रौ. 22 आस्रव स्वकीय 40,41,42 द्वीन्द्रिय के 4०, त्रीन्द्रिय के 41 चतुरिन्द्रिय के 42 । 23जाति स्वकीय 2 ला.2 ला.2 ला. 24 कुल स्वकीय 7 ला.क,8 ला.क.,29 ला.क.