श्री ऋषभदेव के पुत्र भरत से भारत
आज से करोडों वर्ष पूर्व शाश्वत तीर्थ अयोध्या में जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव हुए हैं | ऋषभदेव की यशस्वती रानी से भरत का जन्म चैत्र कृष्ण नवमी को हुआ था , ये भरत प्रथम चक्रवर्ती हुए हैं | इन्हीं ‘भरत ‘ के नाम से इस देश का नाम भारत पड़ा है | जैन ग्रंथों एवं वैदिक ग्रंथों में इसके अनेक प्रमाण मिलते हैं | जैन समाज की सर्वोच्च साध्वी , भारतगौरव गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ने इस पुस्तक में अनेक जैन एवं जैनेतर ग्रंथों के प्रमाण संकलित करके दिए हैं |