संज्ञा
संज्ञा सुमित्र-पिताजी! आज मैंने मुनि महाराज जी के उपदेश में सुना है कि संसारी जीवों को चार संज्ञारूपी ज्वर चढ़ा हुआ है। सो ये संज्ञायें क्या हैं? पिताजी-बेटा! जिनसे संक्लेशित होकर और जिनके विषय का सेवन करके यह जीव दोनों जन्म में दु:ख उठाता है, उन्हें संज्ञा कहते हैं। ये चार हैं-आहार, भय, मैथुन और…