जिन मंदिर
जिन मंदिर मुनिराजों से सुना है कि एक परावर्तन काल में ४८ मनुष्य भव मिलते हैं। जिनमें सोलह पुरुष के सोलह स्त्री के और सोलह नपुंसक के होते हैं। इनमें अनेक भव गरीबी बिमारी और तीव्र कषायमय होते है। केवल आठ भव ही ऐसे होते हैं। जिनमें मंद कषाय का उदय होता है। अर्थांत…