कर्म के भेद—प्रभेद
कर्म के भेद—प्रभेद कर्म सिद्धान्त जिनके द्वारा आत्मा को परतंत्र किया जाये, उसे कर्म कहते हैं। जीव और कर्म का अनादिकाल से संंबंध है और इन दोनों का अस्तित्व स्वत: सिद्ध है। जीव कर्म को कैसे ग्रहण करता है?-यह जीव शरीर नामकर्म से सहित होकर कर्म और नोकर्म वर्गणाओं को प्रति समय सम्पूर्ण तथा चारों…