श्रावक धर्म के एकादश सोपान : ग्यारह प्रतिमा
श्रावक धर्म के एकादश सोपान : ग्यारह प्रतिमा श्रावक धर्म की आराधना के इच्छुक सद्गृहस्थों को लोक व्यवहार में किस प्रकार न्यायनीतिपूर्वक वर्तन करना चाहिये क्योंकि गृहस्थ अपने दैनिक जीवन में लौकिक शिष्टाचार का पालन करते हुए यदि न्यायनीति का अनुसरण नहीं करेगा तो वह श्रावक धर्म पालन करने का पात्र नहीं बन पायेगा। सम्यक्…