कुलकरों की उत्पत्ति
कुलकरों की उत्पत्ति इस भरतक्षेत्र के मध्यवर्ती आर्यखण्ड में अवसर्पिणी का तृतीय काल चल रहा था। इनमें आयु, अवगाहना, ऋद्धि, बल और तेज घटते-घटते जब इस तृतीय काल में पल्योपम के आठवें भाग मात्र काल शेष रह जाता है तब कुलकरों की उत्पत्ति प्रारंभ होती है। प्रथम कुलकर का नाम ‘प्रतिश्रुति’ और उनकी देवी का…