आत्मस्वातंत्र्य का प्रतिपादक जैनधर्म
आत्मस्वातंत्र्य का प्रतिपादक जैनधर्म व्यक्ति स्वातंत्र्य का विचार आधुनिक युग का अत्यन्त क्रांतिकारी और लोकप्रिय विचार माना जाता है। भारत सहित विश्व के अनेक देशों में व्यक्ति स्वातन्त्र्य का अधिकार (राइट टू फ्रीडम) को संविधान की पुस्तकों में व्यक्ति के मौलिक अधिकारों की श्रेणी में रखा गया है जिसका तात्पर्य है कि धर्म और समाज…