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अनेक तीर्थस्थलों पर शासन देव-देवियों के चित्र

December 21, 2022GalleryHarsh Jain

अनेक तीर्थस्थलों पर शासन देव-देवियों के चित्र


हुबली-अनन्तनाथ बसदि : तीर्थंकर पार्श्वनाथ, अगल-बगल में धरणेन्द्र और पद्मावती, दसवीं शती।



गुरुवायनकेरे-अनन्तनाथ बसदि : तीर्थंकर अनन्तनाथ की धातुमूर्ति शासन देव-देवी सहित



नेल्लिकर-पार्श्वनाथ बसदि : कायोत्सर्ग आसन में एक तीर्थंकर मूर्ति, चौदहवीं शती शासन देव-देवी सहित।



खजुराहो-शान्तिनाथ मंदिर में यक्ष-दम्पति।



गेरुसोप्पा (जि. उत्तर कनारा)-ज्वालामालिनी बसदि में यक्षी जवालामालिनी की कांस्य मूर्ति, लगभग चौदहवीं शती।



कारंजा : ब्रह्मचर्याश्रम के संग्रहालय में अम्बिका की प्राचीन मूर्ति।



जेवर्गी-शान्तिनाथ बसदि : यक्षी पद्मावती की कांस्य मूर्ति, लगभग चौदहवीं शती।


ऐहोल-आठवें तीर्थंकर चन्द्रप्रभ की यक्षी ज्वालामालिनी, लगभग ग्यारहवीं शती।


पद्मावती माता, अतिशय क्षेत्र हुमचा

बल्लभीपुर के निकट ढंकगिरि की जैन गुफा में प्राप्त तीर्थंकर पार्श्वनाथ की प्रतिमा के साथ देवी अम्बिका


दिल्ली-श्री दिगम्बर जैन लाल मंदिर पद्मावती देवी की सातिशय प्रतिमा।


वाराणसी-उदयसेन खड्गसेन के जैन मंदिर में पद्मावती देवी की मनोज्ञ मूर्ति।


जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर में विराजमान पद्मावती देवी प्रतिमा


हुबली-अनन्तनाथ बसदि : एक जैन यक्षी, सोलहवीं शती।


उमता (बिसनगर) गुजरात में विराजमान चक्रेश्वरी देवी


सैरोन-गोमेध यक्ष और अम्बिका यक्षी। शीर्ष पर तीर्थंकर नेमिनाथ विराजमान हैं।


देवगढ़-साहू जैन संग्रहालय में विंशतिभुजी चक्रेश्वरी।


नागफणी पार्श्वनाथ : मौदरगाँव के निकट पहाड़ पर बने मंदिर में धरणेन्द्र मूर्ति


मूकृली -त्रिकूट बसदि : चक्रेश्वरी यक्षी।


काकंदी (खुखुन्दू) में प्राप्त अम्बिका देवी की मूर्ति। समय १२वीं शताब्दी लखनऊ राजकीय संग्रहालय


खण्डगिरि-पर्वत के बड़े मंदिर में अम्बिका की मूर्ति


श्री सिम्हनगड्डे बसदि मठ, नरसिंहराजपुरा


खण्डगिरि-पर्वत पर बड़े मंदिर में गोमेद और अम्बिका यक्षी। शीर्ष भाग पर तीर्थंकर नेमिनाथ।


नरसिंहराजपुर (जि.-चिक्कमंगूर)-ज्वालामालिनी बसदि में यक्षी ज्वालामालिनी की पुष्प-मालाओं से अलंकृत मूर्ति।


कुण्डल : यक्षी पद्मावती।


कुण्डलपुर-बड़े बाबा के पीठासन पर ऋषभदेव की यक्षी-चक्रेश्वरी।


नगर संग्रहालय प्रयाग में प्रदर्शित पतियानदाई की अत्यन्त मनोहारी अनुमानत: गुप्तकालीन २३ यक्षियों सहित अम्बिका


चक्रेश्वरी देवी प्रतिमा, अतिशय क्षेत्र बिलहरी


कुण्डलपुर-बड़े बाबा के पीठासन पर ऋषभदेव का यक्ष गोमुख


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