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अभिनंदननाथ भगवान के शासनदेव की आरती

May 20, 2023आरतीIndu Jain

अभिनंदननाथ भगवान के शासनदेव की आरती

आरती यक्षेश्वर देवा -२

अभिनन्दन प्रभु के शासन की करें सदा सेवा || आरती ० ||

जो सच्चे मन से ध्याता , हर इच्छा पूरी होती |

जिनधर्मपरायण भक्तों की, रक्षा करते नित ही || आरती ० ||

तेरी प्रियकारिणि यक्षी , माँ वज्रश्रंखला मानी |

प्राचीन कई ग्रंथों में, इस नाम से जाती जानी ||आरती ० ||

धन सुख संपत्तिप्रदाता , मंगलमय सब सुखदाता |

सम्यक्द्रष्टी कहलाए , तव महिमा यह जग गाता || आरती ० ||

जिनधर्म सदा उर में हो , प्रभु भक्ति सदा हो जीवन में |

बस एक यही अभिलाषा , ”इंदू” है सबके मन में || आरती ० ||

हे देव तुम्हें हम जजते , यह इच्छा पूरण करना |

सम्यक्दर्शन में दृढता , हर भक्त के मन में रखना || आरती ० ||

Tags: Aarti
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