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रत्नशिला लगायेंगे, अयोध्या तीर्थ सजायेंगे

January 23, 2023ayodhyaSurbhi Jain

रत्नशिला लगायेंगे, अयोध्या तीर्थ सजायेंगे  

अयोध्या विकास की प्रेरणास्रोत-गणिनीप्रमुख आर्यिकाशिरोमणि श्री ज्ञानमती माताजी
मार्गदर्शन-प्रज्ञाश्रमणी आर्यिकारत्न श्री चन्दनामती माताजी
कुशल नेतृत्व एवं अध्यक्ष-पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति स्वामीजी

अब वक्त आ गया है!

‘‘महातीर्थ अयोध्या को बनाना है स्वर्ग के समान सुंदर’’

प्रत्येक दिगम्बर जैन महिला-पुरुष, बालक-बालिकाएँ, सभी को यथाशक्ति लगाना है
१०८ शिलाएँ या ५४ शिलाएँ या २७ शिलाएँ या ९ शिलाएँ या शक्ति अनुसार ५, ३, २, १ रत्नशिलाएँ

रत्नशिला न्यौछावर राशि मात्र १०००/-

१०८ रत्न शिला की दान राशि प्रदान करने वाले परिवार का नाम हजारों वर्ष
के लिए अयोध्या तीर्थ पर पाषाण के शिलालेख पर अंकित किया जायेगा।

अन्य योजना-५०० शिला-एक अटैच फ्लैट, ११०० शिला-सुपर डीलक्स फ्लैट, २१०० शिला-एक बंगला

जानें तीर्थंकर जन्मभूमि अयोध्या में क्या होगा नवोदित विकास!

वर्ष २०२१ में पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी द्वारा उद्घोषित ‘शाश्वत जन्मभूमि अयोध्या विकास वर्ष’ के अन्तर्गत अब

बड़ी मूर्ति दिगम्बर जैन मंदिर परिसर में
बनेंगी देश की अद्भुत, आकर्षक, ऐतिहासिक कृतियाँ

  •     भगवान ऋषभदेव के १०१ पुत्रों (भगवान) का विशाल जिनमंदिर
  • ७२० रत्नमयी प्रतिमाओं से समन्वित त्रिकाल चौबीसी जिनमंदिर
  • ३१ फुट ऊँची भगवान भरत प्रतिमा से समन्वित विशाल सुन्दर जिनमंदिर
  • भगवान ऋषभदेव के ८१ खण्ड ऊँचे ‘‘सर्वतोभद्र जन्ममहल’’ की विशाल प्रतिकृति
  • ८४ फुट ऊँची विशाल तीनलोक रचना में होगा आकर्षक स्वर्ग, नरक, मनुष्य लोक एवं सिद्धालय का दिग्दर्शन

-तीर्थ विकास हेतु बनने वाली अन्य योजनाएँ-

आधुनिक डीलक्स, सुपर डीलक्स फ्लैट और बंगलों का निर्माण

तीर्थ का मुख्य सिंहद्वार

जैन फूड भोजनालय

जैन सांस्कृतिक म्यूजियम

संत निवास कमरे

गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती दीर्घा

आधुनिक ऑडीटोरियम हॉल

प्रशासनिक कार्यालय

अति सुन्दर स्वागत कक्ष

जीवदया पशु चिकित्सालय

 

उपरोक्त किसी भी योजना में सहयोग करने के इच्छुक दानी महानुभाव कृपया निम्न मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क  करें।

सम्पर्क – 9520554138, 9520554164, 9520554171, 9520554172

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