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इष्वाकार

June 7, 2022शब्दकोषjambudweep

इष्वाकार


धातकीखण्ड व पुष्करार्ध इन दोनों द्वीपों की उत्तर व दक्षिण दिशाओें में एक – एक पर्वत स्थित है। इस प्रकार चार इष्वाकार पर्वत हैं  जो उन – उन द्वीपों को आधे-२ भागों में विभाजित करते हैं ।

प्रत्येक पर्वत पर चार कूट  हैं । प्रथम कूट पर जिनमन्दिर है औेर शेष पर व्यन्तर देव रहते हैं । दक्षिण इष्वाकार के  दोनों तरफ दो भरत हैं तथा उत्तर इष्वाकार के दोनों तरफ दो ऐरावत हैं शेष व्यवस्था जम्बूद्वीप के समान है ।

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