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जीव-अजीव

March 20, 2017जैनधर्मjambudweep

जीव-अजीव



मैं जीव हूँ। मुझमें जानने (ज्ञान) और देखने (दर्शन) की शक्ति है तथा मैं जीता था, जीता हूँ और जीऊँगा इसलिये जीव हूँ। मनुष्य, तिर्यंच, पशु-पक्षी, कीड़े-मकोड़े, वृक्ष आदि सभी जीव हैं।
यह खिलौना अजीव है। इसमें जानने और देखने की शक्ति नहीं है। यह सुख और दु:ख का अनुभव नहीं कर सकता, इसलिये अजीव है। घड़ी, मोटर, टेलीविजन, मकान आदि अजीव हैं।

Tags: Baal Vikas Part-1 [Hindi]
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