णमोंकार धाम
Name of a newly built place of pilgrimage situated at Sanavad (M.P.) and constructed on the inspiration of Ganini Shri Gyanmati Mataji. इंदौर (मण्प्रण्) के निकट सनावद में सन् 1996 में गणिनी आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से एंव क्षुल्लक श्री मोती सागर जी की भावनानुसार उनके ससंघ सानिघ्य में इस तीर्थ का शिलान्यास हुआ। यहाँ णमोकार महामंत्र के 35 अंक्षरों को 35 कमल पंखुडियों पर उत्कीर्ण कराकर पंचपरमेष्ठी की प्रतिमाएं विराजमान करने की योजना माताजी ने दी । वर्तमान में इस नवोदित तीर्थ पर भगवान ऋषभदेव की प्राकृतिक सौन्दर्य से युक्त इस तीर्थ का दर्शन करने हेतु दूर-दूर से श्रद्धालु पधारते हैं। [[श्रेणी:शब्दकोष]]