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णमो अरिहंताणं!

October 20, 2015शब्दकोषjambudweep

==णमो अरिहंताणं== अरिहंतों ([[अरिहंत]] [[परमेष्ठी]]) को नमस्कार हो । जो मुनिराज तपस्या के द्वारा चार घातिया कर्मों का नाश कर अनन्तचतुष्टय गुणों को प्राप्त कर लेते हैं , वे अरिहंत परमेष्ठी कहलाते हैं ।

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