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पानी को पानी समझ कर न बहाएँ!

March 25, 2017फोटोजjambudweep

पानी को पानी समझ कर न बहाएँ


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महिला एक सफल प्रबंधन होती है। उनकी थोड़ी सी सतर्कता समाज के हित बहुत उपयोगी है। आज पूरा देश अल्प वर्षा की चपेट में है। ऐसे में हमें जल की बचत को भी ध्यान में रखना होगा।

१. सुबह उठते ही जब आप ब्रश के लिए वॉश बेसिन के पास खड़े है तो ब्रश करते समय जल की सप्लाई बंद रखे। इससे कीरबन २० ली. पानी हर मिनट में बचा सकते हैं।

२. पुरूष जब दाढ़ी बनाये तब भी नल बंद रखे। उससे लगभग ४५० ली. पानी बचाया जा सकता है।

३. घर में दालचावल व सब्जियों को धोकर पानी को फैके नहीं। गमलों के लिये उपयोग करें।

४. नहाते समय व्यर्थ पानी नहीं बहायें । इससे पानी की बचत भी होगी व अहिंसा धर्म का पालन भी होगा।

५. मोटे रूखेदार टॉवेल की जगह पतला टॉवेल उपयोग में लाए। पानी की बचत भी होगी व सूखेगा भी जल्द।

६. बरतनों को नल के नीचे सीधे न धोये। वरन् टब से पानी लेकर धोये।

७. कारें धोते समय पाइप से पानी न छोड़े । वरन् बाल्टी में पानी लेकर सफाई करें।

८. मेहमानों को बड़े गिलास में पानी देने की अपेक्षा छोटे गिलासों में पानी पिलाऐं। जिससे बचा हुआ पानी व्यर्थ न फैकना पड़े।

९. अपने घरों में वाटर रिचार्जर अवश्य लगवाएँ जिससे बारिश का पानी जमीन में जाएँ।

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