Jambudweep - 01233280184
encyclopediaofjainism.com
HindiEnglish
Languages
Facebook
YouTube
Encyclopedia of Jainism
  • णमोकार मंत्र
  • ABOUT US
  • Galleries
    • Videos
    • Images
    • Audio
  • मांगीतुंगी
  • हमारे तीर्थ
  • ग्रंथावली

महाराष्ट्र के इतिहास में प्रथम बार जैन समाज को शासन का ऐतिहासिक सहयोग

June 24, 2022प्रथम महोत्सवSurbhi Jain

महाराष्ट्र के इतिहास में प्रथम बार जैन समाज को शासन का ऐतिहासिक सहयोग

ऋषभगिरि, मांगीतुंगी के पर्वत पर २० साल की कड़ी मेहनत के उपरांत जब प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव की १०८ पुुâट उत्तुंग प्रतिमा अखण्ड पाषाण में र्नििमत हुई, तो सम्पूर्ण विश्व की नजरें इस आश्चर्यकारी कीर्तिमान की ओर आकर्षित हो गई। भारत देश में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति आदि समस्त शीर्ष व्यक्तित्वों के समक्ष इस अद्भुत प्रतिमा निर्माण की जानकारी पहुंची और महाराष्ट्र शासन ने १०८ पुâट भगवान ऋषभदेव के अंतर्राष्ट्रीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में ऐतिहासिक सहयोग प्रदान किया।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री माननीय श्री देवेन्द्र जी फडणवीस की मुख्यता में अनेक मीटिंग होकर इस महोत्सव की सफलता के लिए तथा आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए शासकीय योजनाएं निर्धारित हुर्इं और अत्यन्त अल्प समय में इन योजनाओं को शासन-प्रशासन ने अमल करके महोत्सव की सफलता में महान सहयोग प्रदान किया।

विशेषरूप से शासन-प्रशासन द्वारा मूलभूत आवश्यकताओं के रूप में जल प्रदाय, विद्युत प्रदाय, सड़क, पार्विंâग, हैलीपैड, मोबाइल टॉवर, महामस्तकाभिषेक हेतु लिफ्ट-सीढ़ी व मचान, पर्वत पर सुरक्षा रेलिंग, पुलिस वंâट्रोल रूम, इमरजेंसी चिकित्सा हॉस्पीटल, सड़कों पर साइन बोर्ड, सूचना फलक, फायर ब्रिगेड, सम्पूर्ण महोत्सव एरिया में सी.सी.टी.वी. वैâमरे, साफ-सफाई आदि के लिए महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया गया।

उपरोक्त सभी आवश्यकताओं को शासन-प्रशासन के अधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत के साथ अत्यन्त कम समय में पूर्ण करके दिखाया। जल प्रदाय की सुविधा हेतु मांगीतुंगी से १२ किमी. दूर स्थित हरणबारी डैम से पानी लाया गया और नई पाइप लाइन डालकर महोत्सव में आये समस्त यात्रियों के लिए प्रत्येक कालोनी में पानी की सुविधा उपलब्ध कराई। इसके साथ ही पर्वत पर महामस्तकाभिषेक हेतु जल आपूर्ति का भी साधन किया और मूर्ति स्थल तक पाइप लाइन डालकर पानी पहुँचाने का महान कार्य किया।

इसी प्रकार विद्युत प्रदाय के लिए भी ६ किमी. दूर से बिजली के नये पोल लगाते हुए मांगीतुंगी में बिजली की आवश्यकता पूर्ण की गई और प्रत्येक कालोनी में स्ट्रीट लाइट तथा पर्वत की तलहटी से ऊपर मांगी व तुंगी की चोटी तक बिजली के पोल व स्ट्रीट लाइट लगाकर अत्यन्त दुरुह कार्य सम्पन्न किया। मूर्ति स्थल तक भी पहाड़ के रास्ते बिजली के पोल ले जाकर पूरे पर्वत को जगमग किया और यात्रियों के लिए बिजली की सुविधा उपलब्ध कराई। इस प्रकार सम्पूर्ण महोत्सव में २४ घंटे विद्युत प्रदाय करके ५ किमी. के विशाल एरिया में सम्पूर्ण आवासीय कालोनी में विद्युत प्रदाय और सड़क लाइट की सुविधा उपलब्ध कराई।

इसी क्रम में पी.डब्ल्यू. डी. के सिविल डिपार्टमेंट द्वारा ६ किमी. से सड़क चौड़ी करके डामरीकरण किया गया और पर्वत पर भगवान के महामस्तकाभिषेक करने हेतु जाने के लिए सीढ़ी, लिफ्ट और मचान का निर्माण कराया गया। यद्यपि सरकारी सीढ़ी, लिफ्ट व मचान का कार्य महोत्सव के समय पूर्ण नहीं हो सका, लेकिन महोत्सव के उपरांत इस कार्य के लिए सरकारी तंत्र ने अपनी सेवाएं प्रदान कीं। इसी के साथ पर्वत पर सुरक्षा हेतु रेलिंग तथा सड़कों पर रेलिंग, बैरीकेटिंग, घुमावदार सड़कों पर रेडियम रिफ्लेक्टर पोल, पिंपलनेर-सटाणा आदि से मांगीतुंगी आने वाले मार्ग पर रेडियम साइनबोर्ड, ऋषभगिरि-मांगीतुंगी के मुख्य मार्ग पर रोड क्रॉस कमान, पर्वत व तलहटी में १०८ पुâट मूर्ति निर्माण के सूचना फलक आदि अनेक कार्य सम्पन्न कराये गये।

पुलिस विभाग ने भी महोत्सव की कुशलता में विशेष सहयोग प्रदान किया। जगह-जगह पर हाई टावर लगाकर सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किये गये। मार्ग पर ट्रैफिक कन्ट्रोल के लिए बैरीकेटिंग तथा पुलिस कन्ट्रोलरूम बनाये गये। पार्विंâग स्थल पर अनुशासनपूर्वक नियंत्रण किया, जिससे मेला परिसर में सभी यात्रियों को आवागमन में अत्यन्त सुविधा हुई। इसी प्रकार पर्वत पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा के लिए जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहा। महोत्सव के दौरान सुरक्षा हेतु १५०० पुलिस बल की विशाल सेना २४ घंटे तैनात रही।

फायर ब्रिगेड विभाग द्वारा भी ११ फरवरी से ६ मार्च तक लगातार २४ घंटे २ फायर ब्रिगेड पंडाल ग्राउण्ड में उपलब्ध रहीं और फायर ऑफीसर्स ने दिन-रात चौकसीपूर्वक सेवाएं देकर सुरक्षा का ध्यान दिया। इसी प्रकार आपातकालीन विभाग ने भी समस्त गतिविधियों का वंâन्ट्रोल रूम बनाकर २४ घंटे महोत्सव की स्थितियों का जायजा लिया और हर प्रकार से प्रत्येक आपातकालीन सुविधाओं के लिए अधिकारीगण तत्पर रहे।

इन समस्त व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं के लिए मुम्बई से पर्यटन विभाग के आई.ए.एस. अधिकारी श्री पराग जी जैन तथा अन्य अधिकारियों की टीम लगातार कार्य का निरीक्षण करती रही और नासिक जिला के कमिश्नर सम्माननीय श्री एकनाथ जी डवले तथा यशस्वी जिलाधिकारी सम्माननीय श्री दीपेन्द्र सिंह जी कुशवाहा के नेतृत्व में समस्त सरकारी योजनाओं का कुशलतापूर्वक क्रियान्वयन हुआ। जल विभाग, पी.डब्ल्यू. डी (बिजली विभाग), पी.डब्ल्यू.डी. (सिविल विभाग), पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सी.आई.डी. विभाग, फायर ब्रिगेड विभाग आदि विभागों के विभागीय अधिकारियों का सहयोग सराहनीय रहा।

इसी के साथ राजनैतिक क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री श्यामसुन्दर जी जाजू-दिल्ली, धूलिया सांसद श्री सुभाष जी भामरे, वाशिम के विधायक सम्माननीय श्री राजेन्द्र जी पाटणी, डिंडोरी सांसद श्री हरिश्चन्द्र चव्हाण, स्थानीय विधायिका दीपिका ताई चव्हाण तथा बागलाण तहसीलदार श्री पोद्दार जी ने भी अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।

विशेषरूप से मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गये प्रमुख प्रभार के उत्तरदायित्व में वाशिम के विधायक सम्माननीय श्री राजेन्द्र जी पाटणी ने सम्पूर्ण कार्य के समायोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपने केन्द्रीय स्तर पर दिल्ली तथा प्रान्तीय स्तर पर मुम्बई, नागपुर, नासिक आदि प्रत्येक स्थान के अधिकारियों के साथ व्यवस्थित दिशानिर्देशपूर्वक समस्त कार्य सफलतापूर्वक सम्पन्न कराए।

इसी क्रम में बी.एस.एन.एल. के चीफ जनरल मैनेजर सम्माननीय श्री एम.के. जैन-मुम्बई का भी सहयोग महत्वपूर्ण रहा। आपके मार्गदर्शन से मांगीतुंगी में १२ किमी. दूर तहाराबाद से बी.एस.एन.एल. द्वारा ओ.एफ.सी. केबल लाइन डाली गई, जिससे इंटरनेट व टेलीफोनिक सुविधाओं में लाभ मिला। आपके साथ नासिक, सटाणा व तहाराबाद के बी.एस.एन.एल. अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करके योजना को सफल किया।

Asiausa: