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महोत्सव में ११ आचार्यों सहित मिला १२५ पिच्छीधारी साधु-साध्वियों का गौरवमयी सान्निध्य

June 22, 2022प्रथम महोत्सवSurbhi Jain

श्रमण संस्कृति का ऐतिहासिक अवसर

महोत्सव में ११ आचार्यों सहित मिला
१२५ पिच्छीधारी साधु-साध्वियों का गौरवमयी सान्निध्य

 

(१) सप्तम पट्टाचार्य श्री अनेकांतसागर जी महाराज मुनि- ९
मुनि श्री अनुपमस्वामी जी महाराज
मुनि श्री अनंतसागर जी महाराज
आर्यिकाएँ-
आर्यिका श्री सुदर्शनमती माताजी
आर्यिका श्री अमृतमती माताजी
आर्यिका श्री अभेदमती माताजी
आर्यिका श्री प्रशस्तमती माताजी
आर्यिका श्री प्रार्थनामती माताजी
क्षुल्लक-
क्षुल्लक श्री उत्सवसागर जी महाराज

 

(२) आचार्य श्री पद्मनंदी जी महाराज मुनि- ८ १७
मुनि श्री अचलनंदी जी महाराज
आर्यिकाएँ-
आर्यिका श्री विजयश्री माताजी
आर्यिका श्री पवित्रश्री माताजी
आर्यिका श्री धैर्यश्री माताजी
आर्यिका श्री व्याख्याश्री माताजी
आर्यिका श्री वार्तिकश्री माताजी
क्षुल्लिका-
क्षुल्लिका श्री वुंâदनश्री माताजी

 

(३) आचार्यश्री देवनंदी जी महाराज मुनि एवं आर्यिका – १६ ३३
मुनि श्री यशकीर्ति जी महाराज
मुनि श्री सिद्धकीर्ति जी महाराज
मुनि श्री उत्कर्षकीर्ति जी महाराज
मुनि श्री सुधर्मकीर्ति जी महाराज
मुनि श्री समर्पणकीर्ति जी महाराज
आर्यिका श्री दर्शनश्री माताजी
आर्यिका श्री सुज्ञानश्री माताजी
आर्यिका श्री प्रज्ञाश्री माताजी
क्षुल्लिका-
क्षुल्लिका श्री स्वयंश्री माताजी
क्षुल्लिका श्री सम्पन्नश्री माताजी
क्षुल्लिका श्री दृष्टिश्री माताजी
क्षुल्लिका श्री सुशीलश्री माताजी
क्षुल्लिका श्री शक्तिश्री माताजी
क्षुल्लिका श्री सुलभश्री माताजी
क्षुल्लिका श्री श्रेयसश्री माताजी

 

(४) आचार्यश्री गुप्तिनंदी जी महाराज मुनि- ८ ४१
मुनि श्री सुयशगुप्त जी महाराज
मुनि श्री चन्द्रगुप्त जी महाराज
आर्यिकाएँ-
आर्यिका श्री आस्थाश्री माताजी
आर्यिका श्री सुनिधिमती माताजी
आर्यिका श्री सुनीतिमती माताजी
क्षुल्लक-
क्षुल्लक श्री सुधर्मगुप्त जी महाराज
क्षुल्लिका-
क्षुल्लिका श्री धन्यश्री माताजी

 

(५) आचार्यश्री देवसेन जी महाराज मुनि- १० ५१
मुनि श्री नरसेन जी महाराज
मुनि श्री पाश्र्वसेन जी महाराज
मुनि श्री महिमासागर जी महाराज
आर्यिकाएँ-
आर्यिका श्री सुव्रतामती माताजी
आर्यिका श्री सुवर्णमती माताजी
क्षुल्लक-
क्षुल्लक श्री शांतिसेन जी महाराज
क्षुल्लक श्री भद्रसेन जी महाराज
क्षुल्लक श्री दिव्यसेन जी महाराज
क्षुल्लिका-
क्षुल्लिका श्री जिनमती माताजी

 

(६) आचार्यश्री तीर्थनंदी जी महाराज ऐलक- २ ५३
ऐलक श्री तत्वनंदी जी महाराज

(७) आचार्यश्री धर्मानंद जी महाराज मुनि- २ ५५
मुनि श्री पाश्र्वसेन जी महाराज

(८) आचार्यश्री सूर्यसागर जी महाराज आर्यिका- ३ ५८
आर्यिका श्री सुनंदामती माताजी
क्षुल्लिका-
क्षुल्लिका श्री सुलोचनामती माताजी

(९) आचार्यश्री वङ्कासेन जी महाराज १ ५९

(१०) एलाचार्य श्री निजानंदसागर जी महाराज १ ६०

(११) बालाचार्यश्री जिनसेन जी महाराज मुनि- ४ ६४
मुनि श्री गुलाबभूषण जी महाराज
क्षुल्लक-
क्षुल्लक श्री पद्मकीर्ति जी महाराज
क्षुल्लक श्री पद्मसेन जी महाराज

(१२) मुनि श्री गिरनारसागर जी महाराज मुनि श्री संस्कारसागर जी महाराज २ ६६

(१३) मुनि श्री रविनंदी जी महाराज १ ६७

(१४) मुनि श्री पुण्यनंदी जी महाराज १ ६८

(१५) मुनि श्री दयासागर जी महाराज १ ६९

(१६) मुनि श्री प्रणामसागर जी महाराज १ ७०
आर्यिकाएँ एवं अन्य साधुगण

(१७) गणिनीप्रमुख आर्यिकाशिरोमणि आर्यिकाएं- १० ८०
श्री ज्ञानमती माताजी प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका
श्री चंदनामती माताजी
आर्यिका श्री सुव्रतमती माताजी
आर्यिका श्री सुदृढ़मती माताजी
आर्यिका श्री स्वर्णमती माताजी
आर्यिका श्री मुदितमती माताजी
आर्यिका श्री भक्तिमती माताजी
क्षुल्लक-
क्षुल्लक श्री प्रशान्तसागर जी महाराज
क्षुल्लिका-
क्षुल्लिका श्री पुण्यमती माताजी
पीठाधीश-
कर्मयोगी स्वस्तिश्री
रवीन्द्रकीर्ति स्वामीजी

(१८) आर्यिका श्री सुभूषणमती माताजी आर्यिका- २ ८२
आर्यिका श्री सुआद्यमती माताजी

(१९) आर्यिका श्री सुदृष्टिमती माताजी आर्यिका श्री शैलमती माताजी २ ८४

(२०) आर्यिका श्री पावनश्री माताजी १ ८५

(२१) आर्यिका श्री सरस्वतीमती माताजी आर्यिका श्री अनंतमती माताजी ५ ९०
आर्यिका श्री विशालमती माताजी
आर्यिका श्री महोत्सवमती माताजी
आर्यिका श्री सुभद्रामती माताजी

(२२) आर्यिका श्री धर्ममती माताजी १ ९१

(२३) आर्यिका श्री सुग्रीवमती माताजी १ ९२

(२४) आर्यिका श्री उद्धारमती माताजी १ ९३

(२५) आर्यिका श्री विनम्रमती माताजी क्षुल्लिका श्री सुविनयमती माताजी २ ९५

(२६) आर्यिका श्री सौहार्दमती माताजी क्षुल्लिका श्री सुवुंâथुमती माताजी २ ९७

(२७) आर्यिका श्री अजितमती माताजी १ ९८

(२८) गणिनी आर्यिका श्री शुभमती माताजी आर्यिका श्री स्वस्तिमती माताजी ४ १०२
आर्यिका श्री सुगंधमती माताजी
क्षुल्लिका श्री संभवमती माताजी

(२९) आर्यिका श्री सुज्ञानश्री माताजी क्षुल्लिका श्री सत्यश्री माताजी २ १०४

(३०) आर्यिका श्री श्रुतमती माताजी १ १०५

(३१) आर्यिका श्री दर्शनमती माताजी १ १०६

(३२) गणिनी आर्यिका श्री क्षमाश्री माताजी १ १०७
क्षुल्लकगण
(३३) क्षुल्लक श्री निर्वाणसागर जी महाराज १ १०८
(३४) क्षुल्लक श्री ध्यानभूषण जी महाराज १ १०९
(३५) क्षुल्लक श्री समर्पणसागर जी महाराज १ ११०
(३६) क्षुल्लक श्री विभद्रसागर जी महाराज १ १११
(३७) क्षुल्लक श्री विधानसागर जी महाराज १ ११२
(३८) क्षुल्लक श्री विनयनंदी जी महाराज १ ११३
(३९) क्षुल्लक श्री सुगंधसागर जी महाराज १ ११४
(४०) क्षुल्लक श्री चेतनसागर जी महाराज १ ११५
(४१) क्षुल्लक श्री जिनकीर्ति जी महाराज १ ११६
क्षुल्लिकागण
(४२) क्षुल्लिका श्री चन्द्रमती माताजी (मानतुंगगिरी धार) १ ११७
(४३) क्षुल्लिका श्री भक्तिभूषण माताजी १ ११८
(४४) क्षुल्लिका श्री पूजाभूषण माताजी १ ११९
(४५) क्षुल्लिका श्री अमोघमती माताजी १ १२०
(४६) क्षुल्लिका श्री चारुश्री माताजी १ १२१
(४७) क्षुल्लिका श्री धैर्यमती माताजी १ १२२
भट्टारकगण
(४८) भट्टारक स्वस्तिश्री लक्ष्मीसेन महास्वामी जी, कोल्हापुर मठ १ १२३
(४९) भट्टारक स्वस्तिश्री भानुकीर्ति महास्वामी जी, कम्बदहल्ली मठ १ १२४
(५०) भट्टारक स्वस्तिश्री लक्ष्मीसेन महास्वामी जी, मेलचित्तामूर-जिनकांची मठ १ १२५
(५१) भट्टारक स्वस्तिश्री भट्टाकलंक महास्वामी जी, सौंदामठ १ १२६

आचार्यगण

 

मुनिगण

आर्यिका माताएँ

 

ऐलक, क्षुल्लकगण

क्षुल्लिकागण 

 

 

भट्टारकगण एवं पीठाधीश

 

-विशेष-

महोत्सव में १२५ पिच्छीधारी साधु-साध्वियों का गौरवमयी सान्निध्य प्राप्त होने पर हम यहाँ साधुओं के यथासंभव-उपलब्ध चित्र प्रकाशित कर रहे हैं। जितने साधुओं की दीक्षा तिथि हमें प्राप्त हो सकी है उन सभी साधुओं के फोटो दीक्षा-वर्ष के वरीयता क्रमानुसार लगाने का प्रयास किया है। लेकिन कुछ साधुओं के बारे में अधूरी जानकारी होने के कारण हमने यहाँ उनके केवल फोटो प्रकाशित किए हैं अत: ऐसे फोटो वरीयता के क्रमानुसार प्रकाशित नहीं हो सके हैं इसलिए हम उन साधुओं से क्षमा प्रार्थी हैं। महोत्सव में सभी साधुओं के द्वारा समिति को प्राप्त हुए महान आशीर्वाद, स्नेह, सौहाद्र्र तथा अद्वितीय सामंजस्य से महोत्सव समिति एवं पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ससंघ अत्यन्त अभिभूत हैं, इसीलिए आप सभी की गौरवमयी उपस्थिति को चित्रों के माध्यम से इस गं्रथ में प्रस्तुत करने का एक उपक्रम किया गया है।

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