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मुँह में छाले की दवा!

July 14, 2017प्राकृतिक चिकित्साjambudweep

आयुर्वेदिक दवाइयाँ

मुँह में छाले


मुँह में छाले सारे मुख में मसूड़ों में छाले होने पर १ कटोरी दही और उसमें केला मिलाकर खाने से छाले मिट जाते हैं। छाले जीभ पर छाले होने पर दो केले प्रात:काल दही के साथ सेवन करें। मुँह में छालों पर ग्लिसरीन लगाने से लाभ होता है। करेले के रस से कुल्ला करें। इस रस को गर्म करके थोड़ी सी फिटकरी मिलाकर लेने से भी लाभ होता है। मुँह में जहाँ छाले हों, चमेली के पत्तो को चबाकर रख दें। दो मिनट बाद थूक दें।
जीभ काटना — पान खाने से जीभ फट गई हो तो सूखे नारियल की गिरी और मिश्री मिलाकर चबाने से लाभ होता है। पान खाने से जीभ कट गई हो तो एक लौंग मुँह में रखने से जीभ ठीक हो जाती है। लाल टमाटर पर सेंधा नमक लगाकर खाने से जीभ का मैलापन दूर हो जाता है।
मुँह की दुर्गन्ध — मुँह में दुर्गन्ध, मुँह में पानी आता हो तो अनार के छिलके पिसे हुए आधा चम्मच सुबह—शाम पानी से फाँकी लें। छिलका उबालकर कुल्ला करें। मुँह में बदबू आती हो तो जीरे को भून कर खाने से दूर हो जाती है। तुलसी का पत्ता सब तरह की दुर्गन्ध का नाश करने वाला है। खाना खाने के बाद तुलसी के पत्ते चबाने से मुँह में दुर्गन्ध नहीं आती। इलाइची या मुलेठी चबाने से मुँह की दुर्गन्ध दूर होती है। एक कप गुलाबजल में आधा नींबू निचोड़ कर कुल्ला करने से मुँह की बदबू दूर होती है। भोजन के बाद फिटकरी और नमक के मिश्रण से मंजन करने से मुँह की बदबू जाती है।
 
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