Jambudweep - 7599289809
encyclopediaofjainism@gmail.com
About Us
Facebook
YouTube
Encyclopedia of Jainism
Search
विशेष आलेख
पूजायें
जैन तीर्थ
अयोध्या
वीरसागर महाराज की आरती!
July 12, 2017
जिनेन्द्र भक्ति
jambudweep
आचार्य श्रीवीरसागर महाराज की आरती
आर्यिका चंदनामती
ॐ जय जय गुरुदेवा, स्वामी जय जय गुरुदेवा।
जिनवर के लघुनन्दन-२, वीर सिन्धु देवा।।ॐ जय.।।
तिथि आषाढ़ सुदी पूनो को, ईर ग्राम जन्मे।
स्वामी…………..
भाग्यवती माँ पिता रामसुख, तुमको पा हर्षे।।ॐ जय.।।१।।
गुरू पूर्णिमा धन्य हुई तिथि, तुम सा गुरू पाकर। स्वामी……….
हीरालाल नाम पा, बन गये रत्नाकर ।। ॐ जय.।।२।।
श्रीचारित्रचक्रवर्ती के, प्रथम शिष्य माने। स्वामी…….
पट्टाचार्य प्रथम बन-२, निज पर को जानें।।ॐ जय. ।।३।।
संघचतुर्विध के अधिनायक, छत्तिस गुणधारी। स्वामी……..
गुरुपूर्णिमा के दिन जन्मे-२, गुरुपद के धारी।।ॐ जय.।।४।।
आश्विनवदि मावस को, मरण समाधि हुआ। स्वामी…………
जीवन मंदिर पर तब-२, स्वर्णिम कलश चढ़ा।। ॐ जय. ।।५।।
गुरु आरति से मेरा, आरत दूर भगे। स्वामी………
तभी ‘‘चन्दनामती’’ हृदय में, आतम ज्योति जगे।। ॐ जय.।।६।।
Tags:
Aarti
Previous post
वीरसागर चालीसा!
Next post
चौबीस तीर्थंकर वंदना!
Related Articles
नन्दीश्वर पर्व की आरती!
June 10, 2020
jambudweep
अहिच्छत्र पार्श्वनाथ तीर्थ की आरती!
September 28, 2020
jambudweep
इन्द्रध्वज विधान की आरती!
September 28, 2020
jambudweep