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शिष्य :!

November 21, 2017शब्दकोषjambudweep
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == शिष्य : == पितरमिव गुरुमुपचरेत्।

—नीतिवाक्यामृत : ११-३४

शिष्य गुरु के साथ पिता के समान व्यवहार करे। प्रज्ञयातिशयानो न गुरुमवज्ञायेत।

—नीतिवाक्यामृत : ११-२०

अधिक प्रज्ञावान होने पर भी शिष्य गुरु की अवज्ञा न करे। संदिहानो गुरुमकोपयन्ननापृच्छेत्।

—नीतिवाक्यामृत : ११-१५

संदेह होने पर शिष्य इस प्रकार से पूछे कि गुरु कुपित न हों।

Tags: सूक्तियां
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