Jambudweep - 7599289809
encyclopediaofjainism@gmail.com
About Us
Facebook
YouTube
Encyclopedia of Jainism
  • विशेष आलेख
  • पूजायें
  • जैन तीर्थ
  • अयोध्या

सद्गति :!

November 21, 2017शब्दकोषjambudweep
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सद्गति : == समणं भट्ठचरित्तं ण हु सक्को सुग्गइं णेदुं।

—मूलाचार, समयसराधिकार : १४

चारित्र से भ्रष्ट होने वाला श्रमण सद्गति प्राप्त करने में समर्थ नहीं।

Tags: सूक्तियां
Previous post अरिहंत! Next post *अनशन :*!

Related Articles

वक्रता :!

November 21, 2017jambudweep

ज्ञानी-अज्ञानी :!

November 21, 2017jambudweep

धनासक्ति :!

November 21, 2017jambudweep
Privacy Policy