अचौर्य – रखे हुए तथा गिरे हुए अथवा भूले हुए अथवा धरोहर रखे हुए पर द्रव्य को नहीं लेना तथा न दूसरों को देना, स्थूल चैरी से विरक्त होना अचौर्य कहलाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]