जिसमें उपयोग के साथ रहने वाली, यथोक्त लक्षण वाली चेतना का अभाव होने से बाहर तथा भीतर अचेतनत्व अवतरित प्रतिभासित होता है वह अजीव है अथवा जिसमें ज्ञान, दर्शनरूप भाव प्राण और इन्द्रिय, बल, आयु, स्वासोच्छवास रूप द्रव्यप्राण नहीं पाये जाते है वह अजीव है । जीव, पुद्गल, धर्म, अधर्म, आकाश और काल ये छ: द्रव्य है जिसमें जीव को छोड़कर शेष पांचो द्रव्य अजीव है।
अजीव द्रव्य में न तो जानने और देखने की शक्ति होती है और न ही यह सुख व दुख का अनुभव ही करता है । हमारे दैनिक जीवन में काम आने वाली वस्तुएं घड़ी, मोटर कार , टी. वी. फ्रिज, कम्पूटर, मकान, वस्त्र आदि अजीव है।