(१) पूज्यश्री का नाम –मुनिश्री अनुकम्पा सागर जी महाराज (संघस्थ आ. श्री रयणसागर जी)
(२) जन्मस्थान – -भीमपुर, बांसवाडा (राज.)
(३) जन्मतिथि व दिनाँक – सन् १९३३
(४) जाति – नृसिंहपुरा
(५) गोत्र – अम्बा
(६) (A) माता का नाम श्रीमति गमीर देवी
(B) पिता का नाम श्री छुन्नीलाल जी
(७) लौकिक शिक्षा – ८ वीं कक्षा पास
(८) आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत/प्रतिमा-व्रत ग्रहण करने का विवरण – सन् १९७९ सप्तम प्रतिमा
(९) मुनि दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – १७ फरवरी, २००० खन्दू कॉलोनी बांसवाड़ा
मुनि दीक्षा गुरु – आचार्य श्री अभिनन्दन सागर जी महाराज (माघ सुदी तेरस)
(१०)शिष्यों की संख्या – आचार्य की संख्या-
(७) ब्रह्मचर्य व्रत- ९.२.१९९४ अमरकन्टक
उपाध्याय की संख्या-
मुनि की संख्या-
गणिनी की संख्या-
आर्यिका की संख्या-
ऐलक की संख्या-
क्षुल्लक की संख्या-.
क्षुल्लिका की संख्या-
ब्रह्मचारी भाई की संख्या-
ब्रह्मचारिणी बहनें की संख्या-
अन्य संख्या-
(११) अन्य विशेष जानकारी – संघस्थ (आचार्य श्री रयणसागर जी महाराज)