अनुयोग Four expositions of Jaina scriptures. जैनागम के चारों भाग चार अनुयोग कहलाते हैं .प्रथमानुयोग,करणानुयोग,चरणानुयोग तथा द्रव्यानुयोग ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]