हुबली-अनन्तनाथ बसदि : तीर्थंकर पार्श्वनाथ, अगल-बगल में धरणेन्द्र और पद्मावती, दसवीं शती।
गुरुवायनकेरे-अनन्तनाथ बसदि : तीर्थंकर अनन्तनाथ की धातुमूर्ति शासन देव-देवी सहित
नेल्लिकर-पार्श्वनाथ बसदि : कायोत्सर्ग आसन में एक तीर्थंकर मूर्ति, चौदहवीं शती शासन देव-देवी सहित।
खजुराहो-शान्तिनाथ मंदिर में यक्ष-दम्पति।
गेरुसोप्पा (जि. उत्तर कनारा)-ज्वालामालिनी बसदि में यक्षी जवालामालिनी की कांस्य मूर्ति, लगभग चौदहवीं शती।
कारंजा : ब्रह्मचर्याश्रम के संग्रहालय में अम्बिका की प्राचीन मूर्ति।
जेवर्गी-शान्तिनाथ बसदि : यक्षी पद्मावती की कांस्य मूर्ति, लगभग चौदहवीं शती।
ऐहोल-आठवें तीर्थंकर चन्द्रप्रभ की यक्षी ज्वालामालिनी, लगभग ग्यारहवीं शती।
बल्लभीपुर के निकट ढंकगिरि की जैन गुफा में प्राप्त तीर्थंकर पार्श्वनाथ की प्रतिमा के साथ देवी अम्बिका
दिल्ली-श्री दिगम्बर जैन लाल मंदिर पद्मावती देवी की सातिशय प्रतिमा।
वाराणसी-उदयसेन खड्गसेन के जैन मंदिर में पद्मावती देवी की मनोज्ञ मूर्ति।
जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर में विराजमान पद्मावती देवी प्रतिमा
हुबली-अनन्तनाथ बसदि : एक जैन यक्षी, सोलहवीं शती।
उमता (बिसनगर) गुजरात में विराजमान चक्रेश्वरी देवी
सैरोन-गोमेध यक्ष और अम्बिका यक्षी। शीर्ष पर तीर्थंकर नेमिनाथ विराजमान हैं।
देवगढ़-साहू जैन संग्रहालय में विंशतिभुजी चक्रेश्वरी।
नागफणी पार्श्वनाथ : मौदरगाँव के निकट पहाड़ पर बने मंदिर में धरणेन्द्र मूर्ति
मूकृली -त्रिकूट बसदि : चक्रेश्वरी यक्षी।
काकंदी (खुखुन्दू) में प्राप्त अम्बिका देवी की मूर्ति। समय १२वीं शताब्दी लखनऊ राजकीय संग्रहालय
खण्डगिरि-पर्वत के बड़े मंदिर में अम्बिका की मूर्ति
श्री सिम्हनगड्डे बसदि मठ, नरसिंहराजपुरा (लक्ष्मी देवी)
खण्डगिरि-पर्वत पर बड़े मंदिर में गोमेद और अम्बिका यक्षी। शीर्ष भाग पर तीर्थंकर नेमिनाथ।
नरसिंहराजपुर (जि.-चिक्कमंगूर)-ज्वालामालिनी बसदि में यक्षी ज्वालामालिनी की पुष्प-मालाओं से अलंकृत मूर्ति।
कुण्डल : यक्षी पद्मावती।
कुण्डलपुर-बड़े बाबा के पीठासन पर ऋषभदेव की यक्षी-चक्रेश्वरी।
नगर संग्रहालय प्रयाग में प्रदर्शित पतियानदाई की अत्यन्त मनोहारी अनुमानत: गुप्तकालीन २३ यक्षियों सहित अम्बिका
चक्रेश्वरी देवी प्रतिमा, अतिशय क्षेत्र बिलहरी
कुण्डलपुर-बड़े बाबा के पीठासन पर ऋषभदेव का यक्ष गोमुख