अपर्याप्तनाम-कर्मप्रकृति A type of karmic nature causing hindrance in the completion of 6 Paryaptis of body. आहार,शरीरी,इन्द्रिय,श्वासोच्छ्वास,भाषा और मन इन ६ पर्याप्तियों को जिस नामकर्म के उदय से पूर्ण न किया जाये।[[श्रेणी:शब्दकोष]]