अपवर्तनोद्वर्तन Disturbance of perfect conduct. प्रथम कंडक घात होने पर चारित्र मोह के क्षपण में संज्वलन चतुष्क के अनुभाग का क्रोध से लाभ पर्यंत घटना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]