अपुनरुकता अक्षर The words which are not repeated again. जो अक्षर दुबारा न आवे,अक्षरात्मक श्रुतज्ञान में जितने जिनवाणी के अक्षर हैं वे ‘अ’ आदि अक्षर के संयोगादी करने से बनते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]