अप्रमत्तविरत
The 7th Gunsthan – an advance stage of spiritual development, One perfect in vows.
७वां गुणस्थान-संज्वलन,नोक कषाय का मंद उदय होने से मुनि के प्रमादरूप परिणाम का अभाव होना ,७वें गुणस्थानवर्ती मुनि को भी अप्रमत्तविरत कहते हैं । [[श्रेणी:शब्दकोष]]