वे पुरुष मूर्ख हैं, जो गुणरहित होते हुए भी कुल का अभिमान करते हैं, उत्तम बांस से बना हुआ धनुष यदि गुण (रस्सी) रहित है जो कहो वह क्या कर सकता है ?