Jambudweep - 7599289809
encyclopediaofjainism@gmail.com
About Us
Facebook
YouTube
Encyclopedia of Jainism
Search
विशेष आलेख
पूजायें
जैन तीर्थ
अयोध्या
अवसर सुहाना आया रे,….अवसर
June 18, 2020
भजन
jambudweep
अवसर सुहाना आया रे,….अवसर
तर्ज-पुरवा सुहानी आई रे……
अवसर सुहाना आया रे…….अवसर…. जम्बूद्वीप महोत्सव का,
उनके पावन उत्सव का सुन्दर ये क्षण आया रे।….अवसर।।टेक.।।
शान्तिनाथ प्रभु की जनमभूमि है ये। हो …हो….
उन्हीं जिनवर की करमभूमि है ये।
हो….. कण-कण सुपूज्य है, हर क्षण अमूल्य है,
प्रभु का दरश पाया रे।।अवसर.।।१।।
वीरान थी भूमि अब खिल उठी है। हो….
वीणा के तारों से झंकृत हुई है।।हो…
पावन धरा पर, पावन पड़े पग,
तब भाग्य खिल आया रे।।अवसर.।।२।।
गणिनी श्री ज्ञानमती माँ जब से आर्इं। हो….
जम्बूद्वीप की रचना बनाई।।हो…..
दुनिया में एक है, पर सबसे श्रेष्ठ है,
जग भग में यश छाया रे।।अवसर.।।३।।
प्रति पाँच वर्षों में होते महोत्सव। हो…..
हर वर्ष कितने ही होते हैं उत्सव।।हो…..
‘‘चंदनामती’’ यह, सब अद्वितीय है,
महामहोत्सव आया रे।।अवसर.।।४।।
Previous post
शास्त्रों से लाईं जम्बूद्वीप को निकाल के!
Next post
आओ आओ देखो तो ज्ञानी की महिमा!
error:
Content is protected !!