अह्वानन Invocation. आमंत्रण-भावों की एकाग्रता के लिये पूजा के प्रारम्भ में जिनेन्द्र भगवान को हृदय में आमंत्रित करते है, उसी के प्रतीक रूप पुष्प से स्थापना करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]