| पूज्यश्री का नाम  | श्रमण मुनि श्री अस्तिक्य सागर जी महाराज | 
| जन्मस्थान | इन्दौर (म. प्र.) | 
| जन्मतिथि व दिनाँक | ०६ मार्च, १९८४/strong> | 
| जाति  | जैन | 
| गोत्र | गोलापूर्व | 
| पिता का नाम | श्री रूपचंद जी | 
| लौकिक शिक्षा | बी. ए. | 
| आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत/प्रतिमा-व्रत ग्रहण करने का विवरण | आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत २००५ पांडीचेरी २००५ में केशलोंच व २ प्रतिमाएँ | 
| द्वारा | आर्यिका विज्ञानमति माताजी | 
| आर्यिका दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान | ३० नवम्बर, २०११ नरोली (अजमेर)(१९९७) | 
| आर्यिका दीक्षा गुरु | आर्यिका विज्ञानमति माताजी | 
| अन्य विशेष जानकारी | सम्मेद शिखर तीर्थक्षेत्र की १०८ वन्दना दक्षिण यात्रा के समय र्आियका संघ की अपूर्व वयावृत्त्य | 
