आटे का मुर्गा
Name of a religious novel containing the greatness of non-violence written by Ganini Aryika Shri Gyanmati Mataji. गणिनी आर्यिका ज्ञानमति माताजी द्वारा रचित एक धार्मिक उपन्यास। जिसमें राजा यशोधर द्वारा मात्र आटे के मुर्गे की बलि दिये जाने से अनेक जन्मों तक उठाये गये दुःखों का वर्णन है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]