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आत्मदर्शन :!
November 27, 2015
शब्दकोष
jambudweep
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] ==
आत्मदर्शन :
==
जो अप्पाणि वसेइ, सो लहु पावइ सिद्धि सुहु।
—योगसार : ६५
जो निज आत्मा में वास करता है, वह शीघ्र ही सिद्धि—सुख को प्राप्त करता है।
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Suktiya
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