अंक ज्योतिष, जिसको प्रचलन भाषा में न्यूमेरोलॉजी कहते हैं, ज्यादातर लोग इसे विदेशी ज्ञान के नाम से जानते हैं। आप लोग अपनी धारणाओं को बदलें। अंक ज्योतिष हमारे हिन्दुस्तान की देन है। किरो का नाम सम्माननीय विद्वानों में लिया जाता है। विद्वान किरो ने लिखा है, हिन्दुओं ने प्राकृतिक नियमों, रहस्यों और गूढ़ तत्वों की खोज की। वे अपनी विद्या में पूर्ण पारंगत थे, परन्तु वे इसे अत्यन्त गुप्त रखने में विश्वास रखते यहां तक कि अपने उत्तराधिकारियों को भी इसे नहीं बताते थे। धीरे-धीरे यह ज्ञान लुप्त होता चला गया और अनेक अन्धविश्वासों, निरर्थक प्रकार की क्रियाओं तथा कर्मकाण्डों के अम्बार के नीचे दब गया। उन्होंने ऐसे अनेक गुप्त रहस्यों का पता लगा लिया था, जिन्हें आज के विज्ञान के वर्षों के परिश्रम और परीक्षण के पश्चात पूर्णत: सही और शुद्ध पाया। कितने वर्षों में किन ग्रहों की परिक्रमा पूरी करता है आदि ज्ञान, अनन्त काल से चलता हुआ हमें विरासत में मिला और आश्चर्य में डाल देने वाले इस ज्ञान की सच्चाई और उपयोगिता आधुनिक उपकरणों से सिद्ध हुई है। ८, १७, २६ और २०१५ जिनकी जोड़ ८ में आता हो, उसे ८ का अंक कहते हैं। २०१५ का अंक भी अंक विद्या के अनुसार ८ का अंक आता है। ८ अंक के मालिक शनि देवता को माना गया है। ८ अंक के स्वामी का वार शनिवार माना गया है। रोमन में ८ लिखने पर २ गोले बनते हैं जो आपस में गुथे सटे रहते हैं। पाश्चात्य ज्योतिष इन दोनों गोलों का महत्व पृथक-पृथक आंकते हैं। वे एक गोले को भौतिक और दूसरे को आध्यात्मिक प्रवृत्तियों का प्रतीक मानते हैं।
इसलिए यह माना जाता है कि अंक से प्रभावित व्यक्ति के सम्बन्ध में यह कहना कठिन है कि वह कब क्या कर डालेगा। इन भौतिक और आध्यात्मिक भावनाओं के प्रतीक दोनों से यह अर्थ भी लिया जाता है कि जहां इस अंक का एक भाग व्यक्तियों अथवा राष्ट्रों के लिए उतार-चढ़ाव, क्रान्ति तथा भंयकर आपदाओं का द्योतक है, वहीं दूसरा गोला दार्शनिक विचारों तथा तन्त्र गुढ़ क्रियाओं के अध्ययन की प्रवृत्ति, धार्मिकता, अपने लक्ष्य की ओर पूर्ण तन्मयता तथा सौंपे गये कार्य के प्रति उत्तरदायित्वपूर्ण रवैये का प्रतीक है। शनि के प्रभाव के कारण ही अधिकांश लोग ८ के अंक को अशुभ मानते हैं। वैसे भी आठ पर बहुत कठिनाइयां आती हैं और आपको बहुत झटके झेलने पड़ते हैं, लेकिन आपकी यह विशेषता होती है कि आप भारी झटके झेलकर थोड़े दिन में ही स्थिति को संभाल लेते हैं एवं सफल हो जाते हैं। हिन्दुस्तान का अंक संख्या ३४ है, ३४ का अंक ७ होता है। ७ अंक के मालिक नैपच्चून या केतु होते हैं। शनि के साथ केतु को समांक माना गया है। केतु का काम बाधाओं को खत्म करना एवं अपने स्थिति को मजबूत बनाकर रखना है। शनि और केतु का मूल हिन्दुस्तान के लिए लाभकारी रहेगा। अंक ८ और अंक ४ की मित्रता आकस्मात् भयंकर दुर्घटना लाने में सहायक हो सकती है। पाकिस्तान से रिश्ते में कटुता आ सकती है। २०१५ हिन्दुस्तान को हर परेशानियों से निकाल कर सफलता की ओर ले जायेगी। भारत के प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के नाम का जोड़ ५४ है, जिसका अंक ९ है। नाम में कुल अक्षर १५ है।
इनका जन्म ११ दिसम्बर १९३५ को हुआ जन्मांक और मूलांक आपस इसमें जन्मांक २ ओर मूलांक में मित्र नहीं हैं। मगर नाम का जोड़ १ होने के कारण सफलताएं सरलता से प्राप्त नहीं होतीं, लेकिन सफलता अंक ९ हासिल कर लेता है। प्रणव मुखर्जी के अक्षर १५ आते हैं। १५ अंक ६ को दर्शाता है। ६ का मालिक शुक्र है। शुक्र का चमत्कार प्रणव मुखर्जी के चेहरे पर सुन्दरता, शालीनता, वाकपटुता एवं विद्वता दिलाने में सहायक है। वर्ष २०१५ का अंक ८ है। ८ एवं ९ के साथ में २, ५, और ९ सममित्रांक है। २०१५ के महामहिम राष्ट्रपति के लिए औसत वाला साल रहेगा। ८ का शत्रु ८ होने के कारण स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है। सुप्रीम कोर्ट शब्द १२ अक्षरों के मिलने से बना है। १२ अक्षरों की वैल्यू ५५ आती है। ५५ का जोड़ १ होता है। १ का मालिक सूर्य है। मैंने पहली बार सुप्रीम कोर्ट का अंक जांचने का मानस बनाया। मैं खुद देखकर खुशी से ओतप्रोत हूं कि अंक ज्योतिष की पकड़ कितनी महबूत है। १२ अंक ३ बनाता है। ३ का मालिक बृहस्पति है एवं बृहस्पति देवता का गुरु है। देवता के गुरु को सभी जगह सम्मान मिलता हैं सुप्रीम कोर्ट के सभी निर्णय सम्मानजनक होते हैं। आजादी के बाद से आज तक का इतिहास इस बात का गवाह है। १ का मालिक सूर्य है। पूरे विश्व में सूर्य का प्रकाश, सूर्य के नाम, सूर्य की तेजी सभी जानते हैं। सूर्य की प्रकाश की तरह सुप्रीम कोर्ट अपनी छवि रखता है। बड़ा ही विलक्षण ही संयोग है। कि अंक १ दो ५ के संयोग से बना है। ५ के मालिक बुध है, जो बुद्धि के दाता हैं।
दो ५ होने के कारण बुध और मजबूत हो जाता है, यही कारण है कि इसकी सूझबूझ और निर्णय लेने की क्षमता को कोई प्रश्न चिह्न नहीं लगा सकता। २०१५ का योग ८ है। १ और ८ का अतिमित्र का सहयोग है। वर्ष २०१५ सुप्रीम कोर्ट के लिए ऐतिहासिक स्वर्णिम वर्ष रहेगा। हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री का नाम अगर हम नरेन्द्र डी मोदी लिखते हैं, तो अंक ४५ का आता है और वह ९ हो जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी लिखने से ७२ अंक आता है जो ९ हो जाता है। भारतीय जनता पार्टी का अंक भी देखें तो इसका अंक ४५ होकर ९ हो जाता है। १८, ३६, ४५, ५४, ६३, ७२ एवं ८१ अंक ९ तो सभी से बनते हैं। मगर सभी के अर्थ एवं योग-संयोग, क्रियाकलाप अलग-अलग हो जाते हैं। अंक विज्ञान में ३६ और ४५ का योग को अतिशुभ माना गया है। यह एक संयोग ही है कि भारतीय जनता पार्टी भाजपा एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र डी मोदी का अंक ४५ ही आ रहा है। श्री नरेन्द्र मोदी जी की जन्मतिथि १७ सितम्बर १९५० है, इनका जन्मांक ८ एवं मुलांक ४ आता है। अगर इन सब अंकों का अध्ययन आपस में किया जाए तो एक चमत्कारी सहयोग बनता है। ८ और ४ आपस में मित्र हैं। मोदी जी का जन्मांक ८ और मूलांक ४ है। वह अंक आपस में मित्र होने के कारण हर काम सरलता से सफलता की ओर बढ़ता जाएगा। सहयोग अपने आप बनते जायेंगे। २०१५ साल का भी अंक ८ आता है।यह वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लिए सफल वर्ष रहेगा। किसी भी तरह की परेशानियों का मुकाबना करने का साहस और क्षमता आपके पास रहेगी। आप अपना एवं देश का नाम विश्व में गौरवमयी करेंगे। मार्च २०१५ सेहत, सोहरत के लिए प्रतिकूल रहेगा। विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है। भारतीय जनता पार्टी भाजपा का अंक ४५ आ रहा है, यह सफलता एवं समृद्धि का द्योतक है। ८ अंक के साथ समांक होने के कारण पार्टी की अंदरूनी हालत सम रहेगी, ना बहुत अच्छी ही बनेगी और न वह खराब ही होगी। २०१५ का मार्च एवं जुलाई महीना परेशानियों से भरा हुआ रहेगा। जनवरी अप्रैल एवं अगस्त का महीना विशेष कामयाबी दिलाने में सहायक रहेगा।
पार्टी के विशेष पदाधिकारी को कलंकित या वियोग होने की अति संभावना है। २०१६ का वर्ष भाजपा के लिए स्वर्णिम वर्ष रहेगा। इंडियन नेशनल कांग्रेस के अंक का जोड़ ७५ है एवं अंक वैल्यू ३ आती है। नंबर ऑफ लेटर २२ आते हैं। २०१५ का अंक ८ है। ८ और ३ के अंदर शत्रुता का योग है। २०१५ इंडियन नेशनल कांग्रेस के लिए सबसे खराब साल जाएगा। इसके दो कारण हैं। २२ अक्षरों से इंडियन नेशनल कांग्रेस बनती है। २ चंद्रमा का अंक है। एवं दोनों को मिला दिया जाये तो ४ राहु का अंक है। दो चंद्रमा एक साथ आने से चंद्रमा की तरह द्वितीय चंचल रहेगी एवं ४ राहु के आने से हर काम में सफलता नहीं मिलेगी। साल २०१६ में कांग्रस वापस से आगे आने का प्रयास करेगी। उनके प्रयास धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे इंडियन नेशनल कांग्रेस की राष्टीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का जन्म तारीख ९ दिसम्बर १९४६ है। इनका जन्मांक ९ एवं मूलांक ५ है। इनके जनमांक एवं मूलांक में मंगल एवं बुध का योग बनता है। सूर्य तेजस्वी ख्याति लाने में सहायक होता है। सूर्य मंगल का दोस्त नहीं है एवं केतु बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है। वह भी ९ नबम्बर मंगल का दोस्त नहीं है। दोनों ही परिस्थिति में २०१५ स्वास्थ्य एवं सम्मान के लिए शुभ नहीं है। बुध अंक ५ का मालिक है। मूलांक ५ होने के कारण अगर सोनिया गांधी जी भावनाओं में न बहकर बुद्धिपूर्वक अगर निर्णय लेती हैं, तो अपने आपको संभाल पायेंगी।
वर्ष २०१६ सोनिया जी के लिए प्रगति का पथ प्रदान करेगा। इंडियन नेशनल कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की जन्म तारीख १९ जून १९७० है। इनका जन्मांक एक ओर मूलांक ६ आता है। राहुल गांधी के पूरे नाम की अंक संख्या ३६ एवं नंबर ९ और अक्षर ११ आते हैं। अंक शास्त्र के हिसाब से जन्मांक १ और मूलांक ६ आता है। आपस में शत्रु हैं। यह स्वयं का काम स्वयं ही बिगाडते हैं। अगर कोई बाहर के आदमी से लड़ाई हो तो आदमी जीत भी सकता है। लेकिन वह स्वयं से लड़ता है तो अपने आपको परेशानी में घेर लेता है। २०१५ का अंक ८ है, जिसका मालिक शनि है। राहुल गांधी का जन्मांक १ है, जिसका मालिक शनि है। राहुल गांधी का जन्मांक १ है, अत: शनि और सूर्य का आपस में संबंध विवादित है एवं ८ का ६ शत्रु है। राहुल जी के लिए २०१५ का साल सभी पहलुओं को देखते हुए अच्छा जाने की संभावना नहीं के समान है। राजनीति में स्वयं ही स्वयं के शत्रु को सफलता प्राप्त नहीं होती। बेस्ट बंगाल का अंक जो ३७ आ रहा है। ३७ का अंक १ होता है एवं जब पश्चिम बंग लिखते हैं तो उसका अंक ३६ है जो १ का अंक आता है। १ अंक का मालिक सूर्य, ८ अंक का मालिक शनि एवं ९ अंक का मालिक मंगल है। सूर्य और शनि पिता-पुत्र है मगर आपस में छत्तीस का आंकड़ा है।
एवं पश्चिम बंग का अंक ३६ आता है। मगर ९ अंक शनि का सममित्र और सूर्य का शत्रु है। तो दोनों ही हालात में पश्चिम बंगाल की परिस्थिति २०१५ में प्रतिकूल रहेगी। तृणमूल कांग्रेस का अंक संख्या ६४ आता है अंक १ होता है। १ अंक का मालिक सूर्य है। २०१५ का अंक ८ है। सूर्य और शनि का आपस में मेल नहीं है। ६४ अंक ६ और ४ से बना है। ६ शुक्र का प्रतीक है और ४ राहु का प्रतीक है। सूर्य और शनि की आपस की दोस्ती नहीं होना और शुक्र के ऊपर में राहु का बैठना यह फल देता है। राहु काम में बाधाएं लाएगा। पार्टी को अंदरूनी एवं बाहरी झगड़ों से हमें सावधान रहना पड़ेगा और ९ सूर्य होने के कारण परिस्थिति कितनी भी प्रतिकूल हो, अपना सम्मान बचाने में सफलता प्राप्त कर सकती है। राज्य की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी की स्पेलिंग दो तरह से लिखी जाती है। पहला चररि इरपशीक्षशश, इस नाम से जोड़ ४० आता है जिसका अंक ४ है। दूसरा चरारींर इरपशीक्षशश इस नाम का जोड़ ४१ आता है, जिसका अंक ५ है। बीच में ऐसी चर्चा थी की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी अपने नाम में र का समावेश करके अपने नाम का संशोधन किया है। दोनों ही नामों का विश्लेषण किया जाए एवं वेस्ट बंगाल के साथ में विश्लेषण किया जाए, निम्नलिखित मिश्रित परिणाम आने की संभावना है। २०१५ मतलब अंक ८ और अंक ४ आपस में विशेष मित्र है। विशेष मित्र होने के कारण व्यक्तिगत रूप से ममता बनर्जी के ऊपर परेशानियां आयेंगी। मगर, अपने आपकी छवि प्रतिकूलता और अनुकूलता के बीच में ही रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से २०१५ का साल दीदी के लिए मध्यम जाएगा। स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखना अति आवश्यक है।
व्यापार की दृष्टि से नया साल
बॉम्बे स्टाक एक्सचेंज बी एसई की अंक वैल्यू ६७ है। अंक ४ है एवं अक्षर १८ आते हैं। १८ का जोड़ ९ है। बीएसई में १, ४, ६, ७, ८ एवं ९ नंबरों का समावेश है। २०१४ का अंक ८ है। बीएसई का अंक ४ है। अंक ८ का अंक ४ अतिमित्र है। मार्च और जुलाई प्रतिकूल रहेंगे। वर्ष २०१५ बीएसई के लिए बहुत ही अच्छा रहेगा। बीएसई नए साल में कई नई ऊंचाईयों को प्राप्त करेगा। साल २०१५ लैण्ड एवं प्रापर्टी के लिए शुभ रहेगा। अप्रैल २०१५ से व्यापार में एक अच्छा बदलाव आयेगा। व्यापारिक वर्ग को प्रापर्टी के काम में सफलता प्राप्त होगी। व्यपारी वर्ग खुले मन से व्यापार करें। सफलता प्राप्त होगी। हीरे का व्यवसाय २०१५ में तेजी नहीं पकड़ पाएगा। गोल्ड यानि सोना। गोल्ड की अक्षर वैल्यू १७ है।
१७ का जोड़ ८ होता है। अक्षरों की संख्या ४ होती है। वर्ष २०१५ स्वर्ण व्यवसायियों को स्थिरता देगा। खरीददारी बढ़ेगी और सफलता प्राप्त होगी। सिल्वर यानि चांदी इसकी अंक वैल्यू २० है। २० का जोड़ २ होता है। सिल्वर में ६ अक्षरों का समावेश है। २ नंबर चंद्रमा का ही प्रतीक है और सिल्वर भी चंद्रमा का ही प्रतीक है। पूरे साल चांदी के कारोबार में चंचलता बनी रहेगी। ८ के साथ २ का सममित्रता है मित्रता नहीं है। सावधानी पूर्वक व्यापार करें। अंक ८ शनि का होता है। वर्ष २०१५ के अंदर लोहा एवं काले रंग से संबंधित जो व्यापार होगा वह स्थिरता को लेकर चलेगा। नुकसान होने की संभावना नहीं के समान है। शराब, सिगरेट या किसी भी तरह का नशा करने वाले के लिए यह साल अच्छा नहीं रहेगा। स्वास्थ्य अचानक बिगड़ सकता है। सावधानी बरतें, नशे से दूर रहें। फिल्म व्यवसायियों के लिए यह साल अच्छा रहेगा। समाचार पत्र एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया का २०१५ में बोलबाला रहेगा। ये पब्लिक की कसौटी पर खरे उतरेंगे।