आवर्जित करण
Self presence of an omniscient in the previous arrangement for the omniscient-overflow i.e. Kevali Samudghat (emanation). केवली समुदघात के अभिमुख होने को आवर्जित करण कहते हैं। इसमें केवली समुदघात के लिए आवश्यक तैयारी की जाती है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]