कौरव पाण्डव की सदैव आपस मेंं प्रतिस्यर्था रही जिसमें पाण्डव विजयी रहे जिससे क्रुद्ध कौरवों ने पाण्डवों से युद्ध किया जिसमे पाण्डव विजयी हुए ।
पाण्डव पुराण में १६वें श्लोक में आचार्य ने कहा – ‘‘प्रवास से लौटने पर युधिष्ठर इन्द्रप्रस्थ नगर बसाकर रहने लगे थे ’’ । क्योंकि यह कुरूक्षेत्र के पास है इसलिए वर्तमान दिल्ली ही इन्द्रप्रस्थ है। यह सर्वप्रसिद्ध भी है ।
दिल्ली मे कई एक अस्पताल, दुकान कालोनी आदि के नाम आज भी इन्द्रप्रस्थ नाम से हैं । अभी भगवान महावीर २६०० वाँ जन्मकल्याणक महोत्सव वर्ष के अन्तर्गत प्रधानमंंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘इन्द्रप्रस्थ अस्पताल का नाम ‘‘वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज’ रखा है ।