( आहार का एक दोष )
दिगम्बर साधु के आहार सम्बन्धित ४६ दोष बताए हैं । जिनमें एषणा दोष के दस भेद हैं- शंकित, मक्षित, निक्षिप्त, पिहित, संव्यवहरण, दायक, उन्मिश्र, अपरिणत, लिप्त और छोटित ।
उन्मिश्र- अप्रासुक द्रव्य से मिश्र आहार देना उन्मिश्र नाम का दोष है ।
ये अशन के दस दोष हैं जो हाथ में आए हुए भोजन से सम्बन्ध रखते हैं इसलिए अशन दोष कहलाते हैं ।