( ब्रह्मचारी का एक भेद )
ब्रह्मचारी के पाँच भेद हैं – उपनय, अवलम्ब, अदीक्षा, गुढ़ और नैष्ठिक ।
उपनय ब्रह्मचारी- जो मौंजी बन्धन विधि के अनुसार गणधर सूत्र को ( यज्ञोपवीत ) धारण कर उपासकाध्ययन आदि शास्त्रों का अभ्यास करते हैं और फिर गृहस्थ धर्म स्वीकार करते हैं उन्हें उपनय ब्रह्मचारी कहते हैं ।