ऋषिपंचमी वृत्र A famous Jain vow. कुल 65 उपवास 5 वर्ष 5 महा तक आषाढ़ शुक्ल 5 से प्रारम्भ करके प्रतिमास 2-2 पंचमियों को उपवास करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]