ओस जल की बूंद का नाम है । जब शरदऋतु आती है अत्यन्त सर्दी के उस मौसम में प्रात:काल ओस की बूंदे टपकती है जो जलरूप रहती है ।
यह ओस की बूंदे घास, हरे पत्तों आदि पर पड़ती है जो कि औषधि रूप में काम आती है । कमलपत्र आदि पड़ी यह ओस की बूंद मोती के समान प्रतीत होती है ।