लवण समुद्र के बडवामुख आदि दिशा सम्बन्धी पातालों के दोनों तरफ एक – एक पर्वत है । पूर्व दिशा के पाताल की पश्चिम दिशा में जो पर्वत है उसका नाम औस्तुभास है तथा यहाँ पर जो व्यन्तर रहता है उसका भी नाम औस्तुभास है ।