कब्ज को बहुत सी बीमारियों की जड़ माना जाता है पर हम इसे सासधारण समझ कर टालते रहते हैं जबकि कब्ज पेट की खतरनाक बीमारियों में से एक है । कब्ज उन लोगों को होती है जो अक्सर गरिष्ठ भोजन करते हैं, समय असमय भोजन करते हैं या किसी बीमारी से ग्रस्त हैं। लंबे समय से दवाईयों के सेवन से भी कब्ज हो जाती है। कब्ज क्या है ? कब्ज का अर्थ है प्रतिदिन की मल निस्तारण क्रिया से पेट का साफ न होना या मल का खुष्क होना। कब्ज के लक्षण हैं सिर दर्द, दिनभर शरीर में बुखार की हरारत, भूख न लगना, बेचैनी होना आदि। अगर कब्ज की शिकायत सप्ताह भर से ऊपर हो जाए तो स्वभाव में भी चिड़चिड़ापन आने लगता है। कब्ज से समय रहते छुटकारा पाना आपकी सेहत हेतु बहुत अच्छा है। कुछ उपायों को जीवन में ढ़ालकर आप इस रोग से मुक्ति पा सकते हैं।:— प्रात: भरपेट पानी का सेवन करें । अगर मौसम ठंडा हो तो पानी थोड़ा गुनगुना कर लें। पानी पीने के बाद हल्की सी स्ट्रेचिंग करें ताकि पानी नाभि के आस—पास पेट को अच्छी तरह से साफ कर पाए। रेशेयुक्त भोजन का सेवन करें जिसमें मल त्यागने में आसानी होती है। उबला हुआ भोजन भी कब्ज में लाभ पहुंचाता है। खाने से पूर्व सलाद लें। बूढ़े लोग जो सलाद चबा नहीं सकते , सलाद की सब्जियों को कद्दुकस कर खाएं। हरि सब्जियों का गर्म सूप पिएं । रात्रि में भोजन जल्दी करें। ७ बजे तक या ७.३० बजे तक खाना खा लें और थोड़ा घर पर ही टहलें। भोजन पच जाएगा। शुरूआती कब्ज में सोने से पूर्व गर्म दूध के साथ त्रिफला लें। दोपहर के भोजन के बाद एक चम्मच सौंफ का चूर्ण लें या सौंफ चबा लें। इसे आदत ही बना लें। चटपटा व गरिष्ठ भोजन रात्रि में न खाएं । रात्रि में समय पर सोना और प्रात: जल्दी उठने की आदत बनाएं। थोड़ी सैर अवश्य करें। दूध के साथ ओट्स का सेवन करें। ईसबगोल भी ले सकते हैं। दूध का मीठा दलिया खाएं। नमकीन खा रहे हैं तो उसमें खूब सारी हरी सब्जियां डालें। कब्ज दूर होगी।