मौसम बदलने के साथ ही मनुष्य के शरीर में भी परिवर्तन देखने को मिलते हैं। इनमें से सबसे प्रमुख बीमारी जुकाम है। जिसके लक्षण सामान्यत: अधिकतर लोगों में दिखाई पड़ते हैं । अगर घरेलू उपचार के तरीके अपनाए जाएं तो जुकाम से बचा जा सकता है।
१. सूखी खाँसी में काली मिर्च तथा मिश्री को मुँह में रखने से लाभ होता है।
२. गले में खराश हो तो काली मिर्च चूसें।
३. संतरे के रस में सेंधा नमक व काली मिर्च मिलाकर उसका नियमित सेवन करने से आंखों की ज्योति बढ़ती है।
४. काला नमक, काली मिर्च व जीरा पीसकर उसे गर्म कर लें। पेट में कीड़े हो तो चूसने से आराम मिलता है।
५. मलेरिया होने पर काली मिर्च और कुटकी का चूर्ण बना लें। उसे शहद तथा तुलसी के रस के साथ लेने से लाभ होता है।
६. खाने के प्रति अरूचि हो तो काला जीरा, अनारदाना,सफेद भुना हुआ जीरा, काली मिर्च, मुनक्का, अमचूर तथा काला नमक (१०—१० ग्राम) को पीसकर चूर्ण बनायें व इसे शहद के साथ खायें।
७. पुराने जुकाम में खट्टा दही, गुड़ व काली मिर्च का चूर्ण तीनों को मिश्रण कर सेवन करने से लाभ होता है।
८. बलगम होने पर ८-१० काली मिर्च पीस लें। इसमें नमक मिलाकर सूंघने से बलगम पानी होकर बह जाता है।