मक्खियों के बचाव के लिए किसी बर्तन में एक चम्मच मलाई व आधा चम्मच काली मिर्च मिलाकर रख देने से मक्खियां भागने लगेंगी। रात को आधा चम्मच पिसी काली मिर्च एक कप दूध में डालकर उबालें। इस तरह तीन दिन तक बनाकर पीने से जुकाम ठीक हो जाता है। मिश्री और काली मिर्च चबाने व चूसने से बैठा गला ठीक हो जाता है। काली मिर्च को पानी में घिसकर बालतोड़ वाले स्थान पर लगाने से बालतोड़ ठीक हो जाता है। आधा चम्मच घी, आधा चम्मच पिसी हुई कालीमिर्च और आधा चम्मच मिश्री इन तीनों को मिलाकर सुबह घोट लें। आंखों की कमजोरी दूर होती है और नेत्र ज्योति बढ़ती है। कालीमिर्च को उबालकर उसके पानी से कुल्ला करने से मसूडों का फूलना रुक जाता है । मसूड़े स्वस्थ तथा मजबूत होते हैं। पाचन क्रिया को ठीक करने के लिए काली मिर्च व सेंधा नमक पीस कर भूनी अदरक के बारीक टुकड़ों के साथ मिलाकर खाएं। काली मिर्च व तुलसी की पत्तियों को बराबर पीसकर दांतों के नीचे दबाने से व मंजन की तरह मलने से दांतों में लाभ होता है। गैस की शिकायत होने पर एक प्याले पानी में आधा चम्मच नींबू का रस डालकर आधी चम्मच काली मिर्च का चूर्ण और काला नमक मिलाकर नियमित कुछ दिनों तक पियें। बंद शीशी में से कपूर धीरे—धीरे उड़ जाता है । यदि उसमें साबुत काली मिर्च डालकर रखें तो कपूर नहीं उड़ता है। काली मिर्च की शुद्धता परखने के लिए पानी भरी कटोरी में काली मिर्च डालें, यदि वह तली में बैठ जाये तो शुद्ध है यदि नकली है तो ऊपर तैरती रहती है।