परम पूज्य प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चंदनामती माताजी ने ९९ करोड़ महा मुनियों की मोक्ष से पवित्र भूमि “मांगीतुंगी” पहाड़ की वंदना दौरान आगम के प्रमाण (evidence/proof) दिखते हुए दिगम्बर जैन मुनि माला रख सकते है यह कोई परिग्रह का प्रतिक नहीं यह बताकर शंका का समाधान किया है “